Sunday, 24 May 2020

10 जरूरतमंद परिवरों को घर जाकर दी राशन किट

नई दिल्ली। जब से लॉकडाउन लगा है तब से आजाद सोच फाउंडेशन ट्रस्ट लगातार जनता के लिए कार्य कर रही है और इस पूरे लॉकडाउन में संस्था की ओर से जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री और भोजन से वंचित न रहना पड़े इसलिए राशन किट बांटी जा रही है।
संस्था एक मुहिम मानकर इस ओर लगातार बढ़ रही इसलिए एक बार फिर से संस्था ने बुलंद मस्जिद कालोनी में 10 जरूरतमंद परिवरों को उनके घर जाकर राशन किट दी जिसमें सभी जरूरत की चीजें थीं जैसे 5 किलो आटा, 5 किलो चावल, 2 किलो चीनी, 1 किलो मसूर की दाल, 1 किलो चने की दाल, 2 किलो आलू, 2 किलो प्याज, आधा किलो बेसन, आधा किलो काले चने, आधा किलो कचरी, 1 किलो नमक, 1 किलो रिफाइंड तेल का पैकेट, 100 ग्राम मिर्च, 100 ग्राम हल्दी, 100 ग्राम धनिया, 100 ग्राम चाय पत्ती, 250 ग्राम सेवई, 1 नहाने वाले साबुन, 2 कपड़े धोने वाले साबुन, 1 सर्फ, 1 बिस्कुट।
संस्था की ओर से 10 जरूरतमंद परिवारों को घर जाकर राशन किट दी गई और लोगों को सादगी से ईद मनाने की सलाह भी दी गई।
इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष आजाद ने बताया कि हमारी संस्था लगातार जरूरतमंद परिवारों की किसी न किसी तरह मदद कर रही है और आगे भी ऐसे ही काम करती रहेगी।
उन्होंने आगे कहा कि हमारी संस्था की ओर से सभी को ईद की दिली मुबारकबाद। हम सभी से यही निवेदन करेंगे की इस ईद को सादगी के साथ मनाएं और अल्लाह से दुआ करें कि यह कोरोना वायरस जल्द इस देश से खत्म हो जाए। सभी सोशल डिस्टेंसिंग का ख्याल रखें और दूसरों को भी बतायें।
इस मौके पर संस्था के दिल्ली प्रदेश अध्यक्ष मो. रियाज,  समाजसेवी अब्दुल रज़्ज़ाक़, मोहम्मद एजाज, मोहम्मद चांद, शाहरुख, मो. गुलफाम आदि ने अपना सहयोग दिया।






Sunday, 17 May 2020

अपनी सहयोग राशि हमें दें ताकि लोगों की अधिक मदद हो सके

लगातार बढ़ते लॉकडाउन के कारण गरीब व दिहाड़ी मज़दूरों के सामने भोजन और राशन की परेशानी देखने को मिल रही है। इसलिए हमारी संस्था ''आज़ाद सोच फाउंडेशन ट्रस्ट (पंजी.) इन गरीब व दिहाड़ी मज़दूरों को राशन किट उपलब्ध कराने की कोशिश कर रही है। इस मुहिम में हमारी संस्था अब तक 500 परिवारों को राशन किट की मदद दे भी चुकी है।
हमें और भी जरूरतमंद लोगों तक राशन किट पहुंचाने के लिए की आप लोगों के सहयोग की जरूरत पड़ रही है।
आप लोगों से अनुरोध है कि आप अपनी सहयोग राशि हमें 9582545885 नंबर पर फोनपे, गूगल पे या पेटीएम के माध्यम से दे सकते हैं व आप हमें कच्चा राशन भी दे सकते हैं जिसे हम किट में डाल सकें।

हमारी एक राशन किट लगभग 1 हजार रुपए की है जिसमें यह सामान मौजूद है
1. पांच किलो आटा
2. पांच किलो चावल
3. दो किलो चीनी
4. एक किलो मसूर की दाल
5. एक किलो चने की दाल
6. दो किलो आलू
7. दो किलो प्याज
8. आधा किलो बेसन
9. आधा किलो काले चने
10. आधा किलो कचरी
11. एक किलो नमक
12. एक किलो रिफाइंड तेल
13. 100 ग्राम मिर्च,
14. 100 ग्राम हल्दी,
15. 100 ग्राम धनिया,
16. 100 ग्राम चाय पत्ती,
17. 250 ग्राम सेवई,
18. दो नहाने वाले साबुन,
19. दो कपड़े धोने वाले साबुन,
20. 250 ग्राम सर्फ,
21. 10 वाला 1 बिस्कुट।

अधिक जानकारी के लिए आप हमारे वेबपेज www.azadsochfoundationtrust.blogspot.com
 पर क्लिक करें।

E-Mail ID: asft.ngo@gmaill.com
 https://www.facebook.com/azadsochfoundationtrust

Thursday, 14 May 2020

80 जरूरतमंद परिवरों को राशन किट दी गई

आज़ाद सोच फाउंडेशन ट्रस्ट लगातार जनता के लिए कार्य करती रहती है और इस पूरे लॉकडाउन में संस्था की ओर से जरूरतमंदों को खाद्य सामग्री और भोजन से वंचित न रहना पड़े इसलिए राशन किट बांटी।

संस्था इसे एक मुहिम मानकर इस ओर लगातार बढ़ रही इसलिए एक बार फिर से संस्था ने बुलंद मस्जिद कालोनी में 80 जरूरतमंद परिवरों को राशन किट दी जिसमें सभी जरूरत की चीजें थीं जैसे 5 किलो आटा, 5 किलो चावल, 2 किलो चीनी, 1 किलो मसूर की दाल, 1 किलो चने की दाल, 2 किलो आलू, 2 किलो प्याज, आधा किलो बेसन, आधा किलो काले चने, आधा किलो कचरी, 1 किलो नमक, 1 किलो रिफाइंड तेल का पैकेट, 100 ग्राम मिर्च, 100 ग्राम हल्दी, 100 ग्राम धनिया, 100 ग्राम चाय पत्ती, 250 ग्राम सेवई, 1 नहाने वाले साबुन, 2 कपड़े धोने वाले साबुन, 1 सर्फ, 1 बिस्कुट।

संस्था ओर से 80 जरूरतमंद परिवारों को राशन किट बांटकर लोगों को लॉकडाउन का पालन करने एवं शारीरिक दूरी बनाए रखने के लिए भी जागरूक किया।

इस मौके पर संस्था के अध्यक्ष आजाद ने बताया कि संस्था की ओर से लगातार जरूरतमंद परिवारों की किसी न किसी तरह मदद की जा रही है और आगे भी ऐसे ही हम करते रहेंगे।

इस मौके पर संस्था के प्रदेश अध्यक्ष मो. रियाज, समाजसेवी मुदस्सिर खान, समाजसेवी मो. इमरान, समाजसेविका शकीला उर्फ रिहाना दाई, समाजसेवी अब्दुल रज़्ज़ाक़, मोहम्मद एजाज, मोहम्मद चांद, शाहरुख, अमीर अहमद, मो. गुलफाम, सद्दाम, सदरे आलम, सेहराज, वसीम आदि ने अपना सहयोग दिया।